Jawaharlal Nehru Centre for Advanced Scientific Research - An Autonomous Institution

अनुसंधान

उच्च शिक्षा का एक शैक्षणिक संस्थान होने के नाते, जनेउवैअकें का प्राथमिक लक्ष्य अच्छी तरह से प्रशिक्षित पीएच.डी. और विज्ञान में स्‍नातकोत्‍तर छात्रों को तैयार करना है। जनेउवैअकें में अनुसंधान और अत्यधिक अंतःविषय सहयोगी प्रकृति की है, जो अक्सर उद्योगों के साथ-साथ स्टार्टअप्स के ऊष्मायन से जुड़े पर‍िवर्तन से संबंध‍ित गतिविधियों के लिए अग्रणी होता है। प्रमुख शोधकर्ताओं के अलावा, अतिथि वैज्ञानिक, शिक्षक और छात्र भी इसकी गतिविधियों में योगदान करते हैं। केंद्र में अनुसंधान उन इकाइयों में किया जाता है जिन्हें प्राथमिक अनुसंधान केन्‍द्रीकृत के आधार पर विभाजित किया जाता है।

पदार्थ रसायन विज्ञान में, अनुसंधान के विषयों (अध्‍यायों) में निह‍ित है - नैनो पदार्थ, नैनो साधन(यंत्र), घन अवस्था रसायन विज्ञान, उच्च निष्‍पादन संगणना (कंप्यूटिंग), रंध्रीय पदार्थ, कांच पारगमण, सक्रिय पदार्थ आदि; रासायनिकी में, अधि-आण्‍विक रासायनिकी, रासायनिकजैव‍िकी अंग-उत्‍प्रेरकता, प्रत‍ि जीवाणुकीय चिक‍ित्‍सा विज्ञान, घन अवस्‍था अजैव‍िकी रासायनिकी आदि; सैद्धांतिक विज्ञान में, संगणनात्‍मक नैनो विज्ञान, सांख्यिकीय भौतिकी, मृदु पदार्थ और संघनित पदार्थ भौतिकी, जैवभौतिकी, जैव सूचना विज्ञान, सैद्धांतिक विकासवादी जीव विज्ञान आदि; इंजीनियरी यांत्रिकी में द्रव यांत्रिकी, उष्‍ण हस्तांतरण, कणकीय पदार्थ यांत्रिकी, अरैखिक गतिकी आदि; तंत्रिका विज्ञान(न्‍यूरोसाइंसेस) में जैविक लयात्‍मकता (सर्काडियन रिदम) और (विद्युत-शरीर क्रिया विज्ञान) इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी; आणविक जीव विज्ञान और आनुवंशिकी में मानव आनुवंशिकी, विषाणु विज्ञान (वयरोलॉजी), प्रत‍िरोधविज्ञान (इम्यूनोलॉजी), परजीवी विज्ञान, चयापचय, विकासात्मक जीव विज्ञान, स्टेम सेल (नलिका कोश‍िका), कवक रोगजनक जीव विज्ञान, ऑटोफैगी (स्‍वभक्षी विज्ञान) आदि; और विकासवादी तथा जैव‍िकीय जैव‍िकी में पशु व्‍यवहार, एशियाई हाथियों की सामाजिक-पार‍िस्‍थि‍त‍िकी, जीवन-व‍ृत्‍त-विकास तथा जनसंख्या पारिस्थितिकी; इन क्षेत्रों के शोध परिणाम प्रतिष्ठित उच्‍च संजातों द्वारा समीक्षित पत्रिकाओं में प्रकाशित होते हैं। केंद्र अपने उच्च प्रभाव वाले प्रकाशनों और पेटेंट के लिए प्रसिद्ध है।