कुशाघ्र बंसल

Dr.

कुशाघ्र बंसल

संकाय सदस्य

कुशाघ्र बंसल ने 2010 में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस, बैंगलोर से माइक्रोबायोलॉजी और सेल बायोलॉजी में पीएच.डी. डिग्री प्राप्त की। उनका डॉक्टरेट शोध जीन नियामक सिग्नलिंग मार्ग पर केंद्रित था जो रोगजनक संक्रमण के दौरान मैक्रोफेज और डेंड्राइटिक कोशिकाओं के प्रतिरक्षा विध्वंसक फेनोटाइप को नियंत्रित करता है।

कुशाघ्र ने 2011 में पोस्ट-डॉक्टोरल शोध के लिए हार्वर्ड मेडिकल स्कूल, बोस्टन में प्रवेश लिया। डॉक्टरेट के बाद के अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने थाइमस में काम करने वाले प्रतिरक्षा सहिष्णुता तंत्र के आणविक आधार को चित्रित किया।

कुशाघ्र जवाहरलाल नेहरू उन्नत वैज्ञानिक अनुसंधान केंद्र (जेएनसीएएसआर), बेंगलूर के आण्विक जैविकी एवं आनुवांशिकी एकक में वर्ष 2018 में नए संकाय सदस्य के रूप में कार्यग्रहण करने भारत वापस गए। उन्हें जैव-प्रौद्योगिकी विभाग(डीबीटी),भारत सरकार का रामलिंगस्वामी री-एंट्री फेलोशिप और भारत में अपना अनुसंधान कार्य करने के लिए डीबीटी/ वेलकम भारत एलायंस इंटर फेलोशिप प्रदान किया गया।